रविवार, 7 अगस्त 2016

जुलाई -साल का सातवाँ महीना। भारतीय एक दिवसीय क्रिकेट कप्तान के  जर्सी का नंबर -सात। एक हफ्ते में दिन -सात। हमारी ज़िन्दगी में सात नंबर का एक अलग ही महत्व है। इसी सिलसिले को बरक़रार रखते हुए आज हम उन सात मन्त्रों का ज़िक्र करेंगे जो अधिकतर सफल लोगों में देखा जाता है।

  1. उन्होंने अपने पेशा का चयन सही किया। जिसमे मेहनत करने पर आनंद मिलता है और जिसका सहज प्रतिभा उनमे मौजूद है। काश सचिन के पिता ने उनको अपनी तरह साहित्यिक बनने पर मजबूर नहीं किया। शायद हमने एक कवि या लेखक को खो दिया लेकिन एक कलाकार को ज़रूर अनुभव किया। हर किसी को उन पर और उनके कारनामो पर गर्व है।
  2. अनुशाषण या डिसिप्लिन किसी भी सफल इंसान का एक महत्वपूर्ण लगाम है। डिसिप्लिन होने के लिए कई इच्छाओं को त्याग करना पड़ता है। कठिन परिक्षाओं का सामना करना पड़ता है।  क्या आप तैयार हैं ? किस चीज़ को क़ुर्बान कीजियेगा अपनी सफलता के लिए ? कोई भी गायक सुबह का रिवाज़ और आइसक्रीम से दूर रहने का अनुशाषण के बिना सफल हो सका है कभी ?
  3. मंज़िल का सही निर्णय करना पहला कदम है। सफलता की ओर। अपने मंज़िल को तय करने के लिए अपनी खूबियों और ख़ामियों को समझना ज़रूरी है। मंज़िल के विषय में फोकस होना अति आवश्यक है। मंज़िल तक कैसे पहुचेंगे उससे भी कहीं अधिक आवश्यक है। मुकाम तक पहुँचने का सफर कैसा होगा यह जानना पड़ेगा क्योंकि इसका कोई विकल्प नहीं है। आज के युवा को मंजिल का सपना आसानी से आता है। मंज़िल तक पहुचने के सफर की कठिन मेहनत, लगन और रास्ते की कठिनता का अनुमान अक्सर ज़रुरत से कम होता है। 
  4. हम खुद अपने ज़िन्दगी को कठिन बना देतें हैं। आसान बनाइये।  दोस्तों और परिवार  के साथ ज़िन्दगी का आनंद लीजिये। इसके लिए ज़िन्दगी को सहज अंदाज़ से जीने का कोशिश कीजिये।  इसी में आपका और आपके चाहने वाले का ज़िन्दगी जीने का राज़ छुपा है। इस सफर में आपके रिश्ते जितने आसान होंगे , उतनी सुविधा होगी आपको ज़िन्दगी जीने में। 
  5. अगर हम अपने इर्द गिर्द देखें तो कई चीज़ें नज़र आयेंगी जो कि कुछ समय पहले नामुमकिन समझी जाती थी। अपने हाथ में इस वक़्त जो मोबाइल फ़ोन है , क्या आप सोच भी सकते थे इस आसानी के साथ आप कहीं से भी , कभी भी दूसरों के साथ संपर्क रख सकते हैं ? जिसने इसे अविष्कार किया है अगर वह इंसान इसे नामुमकिन समझता  तब  क्या हमें कभी भी मोबाइल मिलता ? कल जो नामुमकिन था -आज इक खिलौने का दर्ज़ा पा चुका है । क्या आप अपनी चेष्टा के द्वारा किसी नामुमकिन को मुमकिन बनाना चाहते हैं ?इसके लिए पहला कदम है खुद पर और अपनी काविलियत पर विश्वास।
  6. कल गुज़र गया है। आने वाला कल किसीने देखा नहीं है। आज आपका है। क्या किया है  आपने आज , अपने गंत्व्यय के एक कदम नज़दीक पहुँचने के लिए ? हमारा दिमाग बीते हुए समय को कोसता है और आने वाले कल की उम्मीद में खोया रहता। आज का ख्याल कौन रखेगा ? जो आज में वीराजते वही ज़्यादा सफल होतें हैं।  उनके लिए जीत या हार उनको अपने फोकस से हिला नहीं  सकती हैं।
  7. हमारे हाथ में केवल अपने प्रयास पर नियंत्रण है। और किसी पर नही। प्रयास का आनंद उठाना जरूरी है ताकि प्रयास के क़्वालिटी में कोई संदेह ना रहे। इसी में आपका मंगल है। आज भारत का विराट पुरे विष्व में किसी भी क्रिकेट प्रेमी देश के दिलों में एक 'विराट ' जगह बनाने में कामयाब हुआ है। किस वज़ह से ? अपने निरंतर प्रयास ,लगन और अनुशाशन के कारन। इनका कोई विकल्प नहीं है। किसी के लिए। 
बादशाह ने अपने एक फिल्म में अपने अंदाज़ से कहा था "अगर किसी चीज़ को अपने पुरे दिल से चाहो तो सारी कायनात उसे तुम्हे मिलाने की साज़िश में लग जाती हैं। अंत में इंसान के साथ जो भी होता है अच्छे के लिए होता है। अगर वह अच्छा नहीं है , तो वह अंत नहीं है। पिक्चर अभी बाकि है मेरे दोस्त।"
मिलेंगे अगले महीने। अपने देश के 69  स्वाधीनता दिवस के बाद। सत्तर में एक साल बाकी। सात दशक देश की आज़ादी के बाद। फिर सात का आंकड़ा। 'साथ' रहिएगा फेसबुक के माध्यम से।