गुरुवार, 3 दिसंबर 2020

Doc U Mantra- December 2020

नमस्कार।  साल का आखरी महीना। कई जगह हमने पढ़ा है कि २०२० को हमारी ज़िन्दगी में एक विशेष स्थान प्राप्त है जिसका कारण हम सब को पता है। कुछ लोग तो यह भी कह रहें हैं कि २०२० को गिनती में ही नहीं लाना चाहिए। हम कुछ कर ही नहीं पाए। मेरा सोच थोड़ा अलग है। आप जो यह लेख आज पढ़ पा रहें हैं और मैं यह लेख आपके लिए पेश कर पा रहा हूँ , यह हम दोनों के लिए खुशकिस्मती है। जिसके लिए हमें आभारी रहना चाहिए ऊपर वाले पर। कितने परिवार को इस वायरस ने कष्ट पहुँचाया है। आज का विषय आभार और आभारी होना कितना महत्वपूर्ण है हमारे लिए , इस पर मैं अपना सोच पेश करूँगा। 

अमेरिका में नवंबर महीने का चौथा गुरुवार एक राष्ट्रीय छुट्टी होता है। यह दिवस thanks giving दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस प्रथा का शुरुआत १६२१ में बताया जाता है जब कुछ यूरोपियन समुदाय के लोग अमेरिका में पहली बार अच्छे फसल के लिए इसकी शुरुआत की थी ईश्वर को धन्यवाद करने के लिए।  अभी यह अमेरिका के वासियों के लिए  स्वतंत्रता दिवस के अलावा सबसे महत्वपूर्ण दिवस है जिसका धर्म या धार्मिक प्रथाओं के साथ कोई संयोग नहीं है। इस दिन हर व्यक्ति कोशिश करता है दूसरों के प्रति अपना आभार व्यक्त करने का। कुछ इंसान गरीब लोगों के लिए भोजन का आयोजन करते हैं , एक दूसरे को भेंट या तोहफा देते हैं। क्यों जरूरी है आभार व्यक्त करना ?

हार्वर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर फ्रांसेस्का गिनो ने २०१३ में इस विषय पर काफी प्रयोग किया है जिससे कुछ निष्कर्ष सामने आए हैं। उनका कहना है कि हर इंसान को कई मौके मिलते हैं अपने कर्मक्षेत्र में और पारिवारिक जीवन में अपना आभार व्यक्त करने का , परन्तु हम करते नहीं हैं। कर्मस्थल पर हम और भी काम मौकों पर आभार व्यक्त करते हैं। २००० लोगों के बीच अमेरिका में किया गया एक रिसर्च में देखा है कि अपनी नौकरी के बरक़रार रहने के विषय में भी आभारी नहीं हैं। ज़रा सोचिये कितने लोगों ने इस वायरस के कारण गत कई महीनों में अपना नौकरी खो दिया है। शायद इस के कारण कुछ लोग अभी अपनी नौकरी बरक़रार रहने पर ईश्वर के पास अपना आभार व्यक्त किया होगा। 

ना आभार व्यक्त कर के हम दो फायदों से खुद को वंचित करते हैं। आभार करने से खुद में एक पॉजिटिव एहसास होता है , कठिन समय पर विजय पाने में मदत करता है ,स्ट्रेस सँभालने में सहायता मिलती है और सामाजिक रिश्ते मजबूत होते हैं। इन वजह से हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ पर पॉजिटिव प्रभाव पड़ता है। 

दूसरा फायदा आभार व्यक्त करने का यह होता है कि जिस के पास हम आभार व्यक्त करते हैं , उन पर हम एक प्रभावशाली और दीर्घ समय तक बने रहने वाला गुडविल बनाते हैं। इसके कारण हर इंसान का निजी सम्मान और वैल्यू का बढ़ोतरी होता है जिसके वजह से वह हमको और दूसरों की मदत ज़्यादा पैमाने पर करता है। 

मेरा अपना सोच कहता है कि हमारी ईर्ष्या और उससे जुड़ा हुआ असंतोष हमें आभार प्रकट करने से रोकता है। हम अपनी उन लोगों के साथ करके निराश हो जाते हैं जिनको शायद ज़िन्दगी ने हमसे ज़्यादा दिया है। हम यह भूल जाते हैं कि हमें अनगिनत लोगों से ज़्यादा ज़िन्दगी ने आशीर्वाद किया जिसके लिए हमें शुक्रगुज़ार होना चाहिए , परन्तु हम तो अपने किस्मत को कोसने में ज़्यादा व्यस्त रहते हैं। 

मैं आप सब पाठाकों का आभारी हूँ जो कि हर महीने मेरा लेख पढ़कर मुझे प्रोत्साहित करते हैं। यह लेख मेरा आपके लिए thanks giving है। कुछ नए पाठकों ने मुझे पुराने लेखों को पढ़ने का इरादा प्रकट किया है। उनके लिए मैं हर सोमवार को एक पूर्व प्रकाशित लेख फेसबुक में पेश करूँगा। 

स्वस्थ रहिए। सावधानी के साथ कोई समझौता मत कीजिये ,मुलाकात होगी अगले साल के पहले महीने में। उसके लिए अग्रिम शुभेच्छा आप सब के लिए।