शुक्रवार, 4 जुलाई 2025

 नमस्कार। जुलाई का महीना। यह महीना शुरू होता है डॉक्टर्स डे के साथ। हम जब भी किसी डॉक्टर के पास सलाह और चिकित्सा के लिए जाते हैं तो हम उनके ज्ञान और क्षमता का मूल्याङ्कन करते हैं। हम उन डॉक्टर के पास जाते हैं जिनके क्षमता पर हमें भरोसा होता है। जुलाई के महीने में इस क्षमता के सिलसिले में वर्ल्ड युथ स्किल्स डे -यानि युवा के लिए क्षमता -१५ जुलाई को मनाया जाता है। इस लेख का विषय है -आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस यानी ए आई के ज़माने में कैसी क्षमता जरूरी है इन परिस्थितिओं में सफलता के साथ आगे बढ़ने के लिए। 

इंटरनेट पर काफी चर्चा चल रही है कि ए आई के ज़माने में कई लोगों की नौकरी चली जाएगी। यह बात कुछ हद तक सही है। कोई भी काम जहाँ एक ही प्रक्रिया दोहराई जा सकती है , ए आई का प्रयोग संभव है। इसका कारण समझने के लिए आपको ए आई के काम करणे के पद्धति को समझना पड़ेगा। ए आई एक उभरता हुआ विषय है जिस तरह तरह के प्रयोग हो रहें हैं। सहज भाषा में यह समझिये कि मशीन एक पैटर्न के आधार पर अपना इंटेलिजेंस जुगाड़ करता है और उसके बाद खुद को उस प्रक्रिया को दोहराने के काबिल बन जाता है। यही ए आई का मूल क्षमता है। कंप्यूटर में कोड लिखना ए आई आसानी से सीख जाता है। अभी कंप्यूटर का प्रोसेसिंग इतना कम समय में हो सकता है -नए टेक्नोलॉजी के कारन -जिसके कारन कंप्यूटर इंसान के ब्रेन के तरह तेज़ चलने लगा है। इस अनुभव को ए आई का दर्ज़ा दिया गया है। 

क्या यह चिंता का विषय है। हाँ और ना। हाँ तब प्रयोग होगा जब आप खुद के तरक्की इस ए आई के दुनिया से जूझने के लिए नहीं करेंगे। और ना जब आप ए आई के वजह से बने नए संभावनाओं का फायदा उठाएंगे। एक बात शुरू में समझ लीजिये। इंसान का इंटेलिजेंस के साथ भावनाओ यानि इमोशंस का मिश्रण, इंसान को ए आई से अलग करता है। हम ए आई से अधिक इंटेलीजेंट हैं। ए आई वही निर्णय ले सकता है जो कि पैटर्न और प्रोग्रामिंग पर निर्भर है। हर किसी परिस्थिति से मुक़ाबला करने का क्षमता ए आई के वश की बात नहीं है। 

ए आई के दुनिया में आगे बढ़ने के लिए आप यह समझने का कोशिश कीजिये कि आपके कर्म क्षेत्र में ए आई का प्रभाव हो सकता है। इसके बाद यह समझिये कि आपके काम में ए आई क्या नहीं कर सकता है जिसके लिए इंसान का कोई विकल्प नहीं है। एक उदाहरण स्वरुप मैं अकाउंटेंट की नौकरी के विषय में चर्चा करना चाहता हूँ। अकाउंटेंट का मुख्य जिम्मेवारी -एकाउंटिंग नियम के अनुसार अकॉऊंटिंग करना -ए आई आसानी से कर लेगा। इसका एनालिसिस भी कर लेगा। परन्तु इसके बेसिस पर सही निर्णय लेने के लिए इंसान का दिमाग जरूरत है। एकाउंट्स में काम करने वाले एग्जीक्यूटिव को दूसरे एम्प्लॉई के साथ कोआर्डिनेशन और टीम वर्क ए आई कभी नहीं कर सकता है। 

इस लेख को समाप्त करने के लिए मैं आपके सोच विचार के लिए कुछ सलाह पेश कर रहा हूँ। ए आई को नज़र अंदाज़ मत कीजिये। यह समझने का कोशिश कीजिये कि ए आई के वजह से आपके कर्म जीवन में क्या खतरा है और क्या सम्भावनायें हैं। जहाँ भी इंसानी भावनाओं का जरूरत है , वहाँ ए आई के प्रयोग का सम्भावना कम है। आप दो विषय पर खुद के तरक्की पर ध्यान दे। सॉफ्ट स्किल्स और इमोशनल इंटेलिजेंस। दोनों जरूरत है इंसान के साथ रिश्ता बढ़ाने के लिए। आपके अगर रिश्ते मजबूत हैं तो ए आई के लिए आपको रिप्लेस करना कठिन ही नहीं ,असंभव है।