मंगलवार, 27 मार्च 2018

मार्च का महीना। बसंत ऋतु। होली का त्योहार। और स्कूल में बच्चो का टेंशन -परीक्षा का समय। ज़िन्दगी एक तेज़ रफ़्तार से गुज़रती हुई। कई अभिभावक बेहद चिंतित बच्चों के लिए। इस तनाव पूर्ण वातावरण में मुझे बिल गेट्स -माइक्रोसॉफ्ट के प्रतिष्ठाता का एक भाषण याद आ गया जो कि उन्होंने स्कूल के बच्चो को दिया था। आज उसी भाषण से कुछ सीख पेश कर रहा हूँ -आपके लिए।
ज़िन्दगी हर वक़्त आपके लिए निष्पक्ष नहीं होती है। कभी कभी ऐसा महसूस होता है कि ज़िन्दगी कहीं ज़्यादा निष्ठुर है आपके प्रति। समय और परिस्थितियाँ जब अपना साथ निभाती हैं तो हम खुश रहते हैं। चाहते हैं कि ज़िन्दगी ऐसे ही गुजरे। लेकिन ज़िन्दगी में उतार -चड़ाव एक ही सिक्के के दो पहलु हैं। हमें बच्चो को ज़िन्दगी के इस निष्ठुरता से वाकिफ कराना है और उन्हें समय से जूझने के लिए तैयार करना है जब कि ऐसा महसूस होता है कि उनके साथ अन्याय रहा है। यही वास्तव है जो शायद किसी स्कूल में सिखाया नहीं जाता है।
आप कितने काबिल हो और अपने विषय में क्या सोचते हो इससे दुनिया में किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता है। जब तक आप कुछ हासिल करके खुद को प्रमाणित नहीं करते हो तब तक कोई आपको पूछेगा तक नहीं। मजे वाली बात यह है कि आप कुछ हासिल करोगे तो आपको खुद अच्छा लगेगा और आपके चाहने वालों को भी। सफलता हर किसी को अनुप्राणित करती है और कोशिश करने के लिए नए मंज़िलों पर विजय पाने के लिए। लेकिन ऐसा भी समय आएगा जब सफलता पास आकर भी आपके हाथ नहीं आएगी। तभी आपको लगेगा कि ज़िन्दगी आपके साथ अन्याय कर रही है। कई जाने माने क्रिकेट खिलाड़ी ऐसे उतार -चड़ाव से अक्सर गुजरते हैं। तब आपको सुनने को मिलता है -फॉर्म इज़ टेम्पोररी ,क्लास इज़ परमानेन्ट।
स्कूल से निकल कर ही कोई करोड़पति नहीं बन जाता है और ना ही हर स्कूल ड्राप आउट बिल गेट्स बन जाता है। सब कुछ के लिए एक समय चाहिए ,और चाहिए मेहनत। अगर आपने स्कूल में अपना मौका गवां दिया है , इसका दोष आप अपने माता -पिता या अभिभावक को नहीं दे सकते हैं। अगर अपने गलतियां की है तो उन्हें justify करने का बहाना ना ढूंढें -उनसे सीखें और ज़िन्दगी में नई शुरुआत करे -नए जोश और संकल्प के साथ।
स्कूल में शिक्षक मदत करते हैं आपको परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए। क्योंकि कि उन्हें पता है आपको परीक्षा में किस तरह के प्रश्नो का सामना करना पड़ेगा। ज़िन्दगी लेकिन ऐसी नहीं है। क्या परीक्षा लेगी ,किसीको नहीं पता। किसी भी और किसी भी तरह के परीक्षा को जो इंसान हिम्मत और हौसले के साथ सामना करता है वही मुक़द्दर का सिकंदर कहलाता है।
कैसा लग रहा है बिल गेट्स का ज्ञान ? फेसबुक के माध्यम से ज़रूर बताईएगा मुझे। अगर आपको पसंद है तो अगले महीने इस चर्चा को आगे बढ़ाऊँगा।
उम्मीद करता हूँ कि आपके लिए होली आनंदमय रहा। दुवा करता हूँ कि आपका  आगे का सफर भी रंगीन और खुशियों से परिपूर्ण  हो। मिलते रहिएगा हर महीने के पहले सोमवार को। मेरी ख़ुशी आपसे मिल कर होती है।

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