शुक्रवार, 3 अगस्त 2018

नमस्कार। जून के महीने में मैंने आपके साथ सेल्फिशनेस की चर्चा की थी। हमने आम को छुपा कर खाने का ज़िक्र किया था =selfishness के विषय में चर्चा करने के लिए। इस लेख का निष्कर्ष था कि सेलफिश या स्वार्थी होना एक इंसान के लिए स्वाभाविक है। स्वार्थी होना ,अर्थात अपने और अपनों के विषय में सोचना और उसको ज़्यादा महत्व देना। इस स्वार्थ का परिधि अगर हम बढ़ाकर और लोगों को अपनालें तो स्वार्थी होने के बावजूद हम दुनिया में अपना एक अच्छा प्रभाव छोड़ सकेंगे। i next पत्रिका में इस लेख के प्रकाशित होने के ठीक एक हफ्ते बाद एक अंग्रेजी दैनिक में मैंने एक लेख पढ़ा kindness के विषय में। उस लेख को मैंने संभाल के रखा है ,आपके लिए। क्योंकि उस लेख का मूल सन्देश हमारे selfish होने के लेख का अगला कदम है। आज और अगले महीने मैं उस अंग्रेजी अख़बार में प्रकाशित kindness के विषय में लेख से मिले सन्देश को आपके लिए पेश करूँगा।
बारिश का मौसम है। आप घर से बाहर रास्ते पे हो। ज़बरदस्त बारिश हो रही है। आपके पास रेनकोट और छतरी दोनों है क्योंकि आप बारिश के लिए प्रस्तुत हो। रास्ते में एक गरीब इंसान बारिश में भींगकर कांप रहा है। आपको उसको देखकर और उसके हालत को समझकर भी नज़र अंदाज़ करते हो -यह सेल्फिश व्यवहार है। आप उसको अपना छतरी दे देते हो -यह kindness है। kindness- यानि दूसरों को अपना समझ कर निर्णय लेना। है ना पिछले लेख का अगला कदम ?
kindness का हिंदी अनुवाद है दयालु। मेरी परिभाषा है हर इंसान की इज़्ज़त करना और उनके साथ वैसा व्यवहार करना जो कि आप औरों से खुद उम्मीद करते हो।
पूरी दुनिया में इस विषय में काफी चर्चा हो रही है। कहा जा रहा है कि लंबी उम्र जीने के लिए अपने जीवन में kindness का मिश्रण जरूर करें। कुछ दिन पहले मुंबई में छोटे हवाई जहाज का एक्सीडेंट हो गया। हवाई जहाज में सवार चार व्यक्ति और एक बनती हुई बिल्डिंग में काम करता हुआ मजदूर इस हादसे में मारा गया। मुझे इस विषय में सूचना मिली व्हाट्स एप्प के माध्यम से जिसमे किसी ने उस जलते हुए मजदूर के दर्दनाक दृश्य को वीडियो रिकॉर्डिंग किया। जिस इंसान ने यह वीडियो रिकॉर्डिंग किया उसको मैं धिक्कारता हूँ। एक इंसान की हैसियत से आप कैसे के दुसरे इंसान को जलते देखते हुए उनका वीडियो बना सकते हो ?कितना निष्ठुर हो गए हैं हम ? मैं शत -प्रतिशत दावे के साथ कह सकता हूँ कि यह व्यक्ति जिसने यह वीडियो बनाया है अपने आप पर गर्व कर रहा होगा कि उसने दुनिया को इस हादसे का वीडियो दिखाया। सोचिये अगर उस मजदूर की जगह वह विमान इस व्यक्ति पर गिरता तब क्या वह चाहता की दुसरे लोग जो वहाँ उस वक़्त मौजूद थे उनका वीडियो बनाये ?हरगिज़ नहीं। आज टेक्नोलॉजी हाथ में आ जाने के कारण हमारी मानविकता को हमने अपने दिमाग के पीछे धकेल दिया है जिसके कारन हम काफी हद तक नृशंष बन गए हैं।
डॉ डेविड हैमिलटन ने अपनी किताब "five side effects of kindness "ने चर्चा किया है charles darwin के प्रसिद्द सत्य  के विषय में -"survival of the fittest ". डॉ हैमिलटन का सुझाव है कि इस को थोड़ा सा बदल कर हम आगे के लिए विश्वास करें -"survival of the kindest "डॉ हैमिलटन का रिसर्च कहता है कि kindness का प्रभाव इंसान के ब्रेन में एक नशे जैसा प्रभाव करता है जिसको उन्होंने "helpers high "का नाम दिया है। इसके कारन ब्रेन में dopamine की मात्रा बढ़ जाती है और इंसान को अधिक ख़ुशी मिलती है। डॉ हैमिलटन का कहना है कि kindness एक ऐसी दवा है जो कि इंसान का ब्लड प्रेशर घटाने में मदत करती है। अगर आप जवानी बरकरार रखना चाहते मायने हो और सदा अपने चेहरे पर जवानी का एक खुशी ज़ाहिर रखना चाहते हो तो kindness का सहारा लो -यह डॉ हैमिलटन का सुझाव है -आपके और हमारे लिए।
क्या kindness सिखाया जा सकता है ? हम क्या कर सकते हैं इस सन्दर्भ में ?यह चर्चा करेंगे हम अगले महीने। तब तक केवल इतना ख्याल रखिये कि kind होना अर्थात दूसरों को समझाना कि आप मेरे लिए महत्वपूर्ण हो। जैसा कि आप सब पाठक मेरे लिए !

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