शुक्रवार, 3 मार्च 2023

नमस्कार। मार्च के महीने में आपका स्वागत। वित्तीय वर्ष का आखरी महीना। टैक्स बचाने के माध्यम का प्रयोग। होली का त्योहार और अंतर्जातिक  महिला दिवस का महीना। नौकरी और व्यवसाय में साल का टारगेट का तनाव और अगले वित्तीय वर्ष की प्रस्तुति। मार्च का महीना एक व्यस्त महीना। 

मै खुद से पूछ रहा था कि क्यों मैं साल के आखिरी महने तक इंतेज़ार करता हूँ टैक्स बचाने के लिए जो उपाय है उसमें निवेश करने के लिए। यह प्रश्न मैंने अपने धर्मपत्नी से किया। उनका सीधा जवाब -अगर मुझ पर भरोसा करते तो मैं हर महीने निवेश कर के मार्च के महीने पर इतना बोझ नहीं कर देता। पर तुम मर्द लोग तो हम पर वित्तीय मामलों पर भरोसा नहीं करते हो। यद्यपि हम तुम लोगों से इस विषय में ज्यादा माहीर हैं। मैं समझ गया हूँ उनकी बात। हम अकसर महिलाओं के काबिलियत को समझ नहीं पाते हैं या अपने मर्द होने के अहँकार की वजह से समझ कर भी स्वीकार करना नहीं चाहते हैं। 

शायद महिलाओं के सम्मान में इसी लिए 8 मार्च को अंतर्जातिक महिला दिवस के नाम से मनाया जाता है। मेरा प्रश्न है कि केवल एक दिन ही क्यों ? बाकी ३६४ दिन क्यों नहीं ? साल का एक दिवस पुरुष के नाम पर भी लिखा हुआ है ? क्या आप जानते हैं कौन सा दिन है वह ? मुझे पता नहीं था। गूगल करके पता चला कि 19 नवंबर अंतर्जातिक पुरुष दिवस है।  मेरा मानना है कि हम पुरुष लोग महिला दिवस के विषय में ज़्यादा जानते हैं और उसको सेलिब्रेट भी ज़्यादा करते हैं। इसका मनोविज्ञान है कि एक दिन सेलिब्रेट कर के हम महिलाओँ को एक अलग दर्ज़ा प्रदान करते हैं। मेरे ख्याल से हम यह गलत करते हैं। मैं तो यह समझता हूँ कि महिलाएँ हम पुरुष लोगों से किसी भी क्षेत्र में हमसे कम काबिल नहीं हैं। एक विषय हम पुरुष लोग हमेशा महिलाओं से पीछे रह जाएँगे -एक और इंसान को जन्म देने के क्षमता में। 

आपने देखा होगा कि भीड़ सड़क पर अगर कोई गाड़ी बंद पर जाये और चालक अगर महिला हो तो हम टिप्पणी करते हैं महिला चालक है इस लिए ऐसा हो सकता है। हम मर्दों से गाड़ी कभी बंद नहीं पड़ी है। ऐसे विचारों से ही शुरू होता है पुरुषों को खुद को महिलाओं से ज़्यादा काबिल होने का भ्रम। मैं तीन सोच के जरिए इस भ्रम से मुक्ति हासिल कर सका हूँ। पहला महिलाऐं  पुरुष से ज़्यादा काबिल होती हैं। किसी भी हद में कम काबिल नहीं होती हैं सिवाय फिजिकल लड़ाई के लिए। मानसिक लड़ाई में महिलाएँ जरूर आगे हैं। दूसरी बात महिलाओं के साथ इज्जत और बिना उनको कम काबिल सोच कर पेश आने पर उनकी तरफ से हमें कहीं ज़्यादा इज्जत और सम्मान मिलता है। और तीसरा उन पर भरोसा करके देखो। उस भरोसे का इज्जत और जिम्मेवारी किस तरह कोई महिला निभाती है ,प्रशंशनीय होता है। 

अंत में यही विनती करूँगा आप सभी से। महिलाओं को समान दर्जा दीजिए। इसमें सबसे अधिक फायदा हम पुरुषों का है। हमें अपने आप को महिलाओं से बेहतर और ज़्यादा काबिल प्रमाण करने के टेंशन से हमेशा के लिए मुक्ति हासिल कर सकते हैं। 

होली का त्योहार सावधानी के साथ एन्जोय कीजिये। आपके आनंद का कारन किसी के लिए नाराजगी का वजह ना बन जाए इसी का ख्याल रखिएगा। खुश रहिये। स्वस्थ रहिये। फिर मुलाकात होगी.वित्तीय साल के पहले महीने में। 

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